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Roof Top Solar Net Meter Scheme: दोस्तों जैसा कि आप जानते हैं अभी के समय में लोग सोलर पैनल से उत्पन्न बिजली का उपयोग काफी ज्यादा कर रहे हैं और इसी बात को ध्यान में रखते हुए ऐसा देखा जा रहा है कि मध्‍य प्रदेश में सोलर ऊर्जा के प्रति लोगों का रुझान तेजी से बढ़ रहा है। सरकारी आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं। इंदौर के बाद अब अन्‍य शहरों में भी सोलर ऊर्जा के उपयोग में वृद्धि हो रही है। सोलर पैनल से उत्पन्न ऊर्जा की रीडिंग और बिलिंग का कार्य भी नियमित रूप से चल रहा है।

सोलर पैनल की बढ़ती लोकप्रियता

पश्चिम मध्य प्रदेश में सौर ऊर्जा के प्रति आम लोगों और मौजूदा बिजली उपभोक्ताओं की रुचि में बढ़ोतरी देखी जा रही है। रूफ टॉप सोलर नेट मीटर योजना के तहत अब तक मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के कार्यक्षेत्र मालवा निमाड़ अंचल में 15,580 उपभोक्ता जुड़े हैं। इन उपभोक्ताओं को बिजली बिल में काफी रियायत मिल रही है। इससे हरियाली संरक्षण और प्रदूषण मुक्त वातावरण की भावना को भी बढ़ावा मिल रहा है।

Roof Top Solar Net Meter Scheme की सफलता

मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी, इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना के प्रारंभ के बाद रूफ टॉप सोलर मीटर लगवाने वालों की संख्या में तेजी आई है। इंदौर महानगर के साथ ही उज्जैन, देवास, रतलाम जैसे बड़े शहरों में सौर ऊर्जा के प्रति रुचि बढ़ी है।

Roof Top Solar Net Meter Scheme
Roof Top Solar Net Meter Scheme

फरवरी से जुलाई माह के दूसरे सप्ताह तक करीब 4,250 उपभोक्ता इस योजना से जुड़े हैं। इन सभी के घर, परिसर और छतों पर सोलर पैनल लगाए जा चुके हैं। इनसे उत्पन्न ऊर्जा की नियमित रीडिंग और बिलिंग की जा रही है।

Roof Top Solar Net Meter Scheme में सब्सिडी और लाभ

प्रबंध निदेशक तोमर ने बताया कि निम्न दाब श्रेणी के करीब 15,100 और उच्च दाब श्रेणी के 480 उपभोक्ता अपने परिसरों में सोलर पैनल्स के माध्यम से बिजली उत्पन्न कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि तीन किलोवॉट तक के संयंत्र पर केंद्र सरकार की ओर से 78,000 रुपए की सब्सिडी सीधे उपभोक्ता के बैंक खाते में प्राप्त हो रही है।

पर्यावरण संरक्षण

सौर ऊर्जा उत्पादन से पर्यावरण संरक्षण की भावना को भी बढ़ावा मिल रहा है। सौर ऊर्जा उत्पादन में न कोयला लगता है और न ही पानी की आवश्यकता होती है। साथ ही यह ऊर्जा प्रदूषण रहित होती है, जिससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होता।इतना ही नहीं इसी स्कीम को आगे बढ़ते हुए केंद्र सरकार ने भी प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना को पेश किया है।

PM Suryaghar Yojana क्या है?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना के तहत निर्धन और मध्यम वर्गीय परिवारों के घरों की छत पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे। इस योजना से करोड़ों लोगों के बिजली बिल में कमी आएगी और लोग ग्रीन एनर्जी का भी लाभ उठा पाएंगे। इस योजना का आरंभिक लक्ष्य 1 करोड़ लोगों को जोड़ना है।

PM Suryaghar Yojana के उद्देश्य

प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना का मुख्य उद्देश्य लोगों के घरों में बिजली बिल की राशि को कम करना और ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देना है। इससे वैकल्पिक स्रोतों से बनने वाली बिजली पर निर्भरता कम होगी और पर्यावरण को भी फायदा मिलेगा।

कंक्लुजन

PM Suryaghar Yojana और Roof Top Solar Net Meter Scheme भारत में ऊर्जा क्षेत्र में एक नई दिशा प्रदान कर रही हैं। इन योजनाओं से न केवल बिजली बिल में कमी आएगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे। यह योजनाएँ आने वाले समय में देश को सौर ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित होंगी।

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